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कश्मीर के ट्रेवल को खुबसूरत बनाने के लिए यह है टिप्स


कश्मीर को भारत का स्वर्ग माना जाता है, और यदि आप कश्मीर की सैर करेंगे तो आप खुद भी मान जाएंगे की कश्मीर सच में ही स्वर्ग है। कश्मीर की खुबसूरती इस की हवाओं में इसके पानी में और यहां की हर चीज में मिलती है, शायद इसलिए ही कश्मीर हमेशा से आतंकियों के घेरे में घिरा रहता है। कितनी ही फिल्में और डोक्युमेंट्री कश्मीर की सुंदरता को दिखाती है और इसलिए कश्मीर घूमने के लिए हर सैलानी की पहली पसंद होता है। लगभग हर भारतीय कश्मीर की सैर एक बार तो क रता ही है और यदि आपने नहीं की है तो जल्द ही इस बार की गरमी की छुट्टीयां अपने परिवार के साथ कश्मीर के लिए प्लान करें।
वैसे तो कश्मीर जाने के लिए जम्मू ही सबसे नजदिकी रेल्वे स्टेशन और एयरपोर्ट है और लगभग हर बड़े शहर से जुड़ा हुआ है। यदि आप दिल्ली को मिड-वे मानकर चलें तो ट्रेन से जम्मू पहुचना लगभग 10 घंटे की बात है और प्लेन से 1 ट्रांसिट के बाद 6 घंटे। यहां आपको कनेक्टेड 2 फ्लाइट बदलनी पड़ती हैं इसलिए इसका समय ज्यादा है। जम्मू के बाद आपका असली ट्रेवल शुरू होता है। श्रीनगर, सोनमर्ग, गुल मर्ग, पहलगाम, पटनीटॉप, यह कुछ कश्मीर की चुनींदा घूमने की जगह हैं। सोनमर्ग और गुलमर्ग में सितम्बर से फरवरी तक आप बर्फ का मजा भी ले सकते हैं। और यहां पर स्कींग का मजा ही कुछ और है।
यह तो हुई ट्रेवल और घूमने की बात लेकिन घूमने के दौरान बहुत सी बाते हैं जिसका आपको खयान रखना जरूरी है। वैसे तो अपने गर से बाहर निकलते ही सावधानी रखने की जरूरत होती है लेकिन कश्मीर के ट्रेवल के दौरान यह सावधानियां आपकी जरूरत बन जाती है। आपका हर वक्त चोकन्ना और समझदार रहना जरूरी है।
यह तो हम सब ही जानते हैं कि कश्मीर हमेशा किसी न किसी परेशानी से घिरा रहता है। कश्मीर का माहौल साधारण नहीं होता ऎसे में यदि आप अपनी यात्रा का प्लान बनाते हैं तो कोई बुराई नहीं है लेकिन जरूरी हैं कुछ सावधानियां। देश के जवान आपकी सुरक्षा के लिए हर जगह पर तैनात हैं और आप अपनी यात्रा को मजेदार बना सकते हैं।
सबसे पहली सलाह तो कश्मीर ट्रेवल के लिए यह होगी की चाहे आप किसी भी मौसम में जाएं सर्दी के कपड़े साथ में रख ही लें। कश्मीर का मौसम कभी भी करवट बदल सकता है।
कश्मीर क्युंकि देश का एक हिस्सा है और उसके नियम कानुन भी भारते के कानुनों से अलग हैं तो जरूरी है कि आप पहले इस बारे में सही जानकारी लेकर जाएं।
कश्मीर में आपकी और आपके सामान की किसी जगह पर जांच होना आम बात है आपको चाहिए कि आप इस जांच में पूरी तरह से सहयोग करें। पूरी यात्रा के दौरान अपने दिमाग को ठंडा रखें और किसी बी झगड़े में पड़ने से बचें। यहां पर केस होने पर आपको बड़ी परेशानी उठानी पड़ सकती है।
ट्रेवल के दौरान जब आप एक जगह से दूसरी जगह रोड़ से ट्रेवल करते हैं तो हो सकता है आपको यह भी दिख जाए की कोइ ड्राइवर या राह चलता भी किसी छोटी सी गलती पर सेना के जवानों या पुलिस की मार का शिकार हो रहा है। आप बी इस बात का ध्यान रखें की आपका ड्राइवर सही हो और कश्मीर के रोड़ और ट्रेवल नियमों का जानकार हो।
होटल और ट्रेवल का पेकेज लेना ज्यादा बहेतर है। आप यदि खुद ट्रेवल प्लान कर रहें हैं तो बुराई नहीं है लेकिन ट्रेवल प्लानर या टुर प्लानर उस जगह से सही तरह से वाकिफ है तो आप ज्यादा अच्छी तरह घूम पाएंगे।
कश्मीर के किसी भी हिस्से में हड़ताल होना आम बात है और यह कितने भी दिन चल सकती है। हड़ताल के दौरान मार्केट बंद रहते हैं। खाने पीने के लिए भी कुछ मिल जाए जरूरी नहीं इसलिए होटल वही देखें जहां होटल का अपना रेस्टोरेंट हो ताकि आपको खाना तो मिल ही जाएं।
यात्रा के दौरान अपना व्यवहार सबसे ठीक रखें लेकिन किसी से भी दोस्ती नहीं बढ़ ाएं। आपका सफर जब गुलमर्ग या सोनमर्ग की तरफ होगा तो बर्फ के मजे लेने के लिए आपको पहाड़ पर जाना पड़ेगा और वहां के लिए आपको पिठ्ठु लेने पडेंगे। पिठ्ठु की किमत के लिए आपको बहुत बार्गेनिंग करनी पड़ेगी। एक पिठ्ठु लगभग 600 तक में पुरा एरिया कवर करता है जबकी पिठ्ठु वाले इसकी किमत 1800 से 2000 भी बता सकते हैं।
कश्मीर का श्रीनगर समुद्र तट से लगभग 1600 मिटर उपर है और बाकी की जगह आगे जाते जाते और उपर हो जाती हैं। कश्मीर के यदि हाई पोइंट की बात करें तो 2743 मिटर तक उपर जाकर सोनमर्ग है। जाहिर है इन सभी जगहों पर जाने के लिए आपको उपर की तरफ ट्रेवल करना पड़ेगा। यदि आपको या आपके परिवार वालों को उंचाई से परेशानी होती है तो उन्हें खिड़की की तरफ नहीं बिठाएं और उनके लिए चुरन की गोलियां और डॉक्टर की बताइ हुइ दवाइ साथ लेकर चलें।
हर यात्रा में अपना आई डी कार्ड जरूरी होता है लेकिन कश्मीर की यात्रा के दौरान इसकी विशेष जरूरत पड़ सकती है। परिवार के हर सदस्य का आइ डी कार्ड साथ में अवश्य रख लें।

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